इजहारे हाल कर बैठे, हाय रे हम ये क्या कर बैठे
दे के सुर्खरु गुलाबों का नजराना, कमाल कर बैठे।
छुपा छुपा था दिल का हाल, सरेआम कर बैठे
इंतजार रहता बेसब्री से उनका, ये भी ऐलान कर बैठे ।
वफा का आलम था दिल मे, वो वफा आम कर बैठे
छुपा था अब्र मे चांद, हटा चिलमन दीदार कर बैठे।
ख्वाब होता तो छुपा रखते हकीकत थी , जिक्र कर बैठे
कोशिश थी चुप रहते, पर सब कुछ बयां कर बैठे।
देखा किये ख्वाबों मे जिसे, रुबरु आंखें चार कर बैठे
कभी ना की मयकशी , फिर ये कैसा नशा कर बैठे।
कुसुम कोठारी।
दे के सुर्खरु गुलाबों का नजराना, कमाल कर बैठे।
छुपा छुपा था दिल का हाल, सरेआम कर बैठे
इंतजार रहता बेसब्री से उनका, ये भी ऐलान कर बैठे ।
वफा का आलम था दिल मे, वो वफा आम कर बैठे
छुपा था अब्र मे चांद, हटा चिलमन दीदार कर बैठे।
ख्वाब होता तो छुपा रखते हकीकत थी , जिक्र कर बैठे
कोशिश थी चुप रहते, पर सब कुछ बयां कर बैठे।
देखा किये ख्वाबों मे जिसे, रुबरु आंखें चार कर बैठे
कभी ना की मयकशी , फिर ये कैसा नशा कर बैठे।
कुसुम कोठारी।
वाह वाह ...लाजवाब
ReplyDeleteदिल तो आखिर में दिल है
इजहारे यार कर ही बैठे
आज तो कमाल कर बैठे .
रूबरू आँखें चार कर बैठे !
वाह ....वाह ...वाह ..
👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
😃😃😃😃😃😃😃
वाह क्या बात है। बहुत खूबसूरत रचना लिखी आप ने। बस दिल खुश हो गया। लाजवाब
ReplyDeleteआपकी वाह मन खुश कर गई सोच मे थी न जाने कैसी बनी है।
Deleteआभार सखी।
प्यार हो और इजहार न हो ऐसा कैसे हो सकता है
ReplyDeleteप्यार कहाँ छुपता है
इजहारे हाल कर बैठे, हाय रे हम ये क्या कर बैठे
दे के सुर्खरु गुलाबों का नजराना, कमाल कर बैठे।
वाहवाह बहुत ही दिलकश....लाजवाब...
वाह!!!
सुधा जी आभार आपका बहुत सा।
Deleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना हमारे सोमवारीय विशेषांक १४ मई २०१८ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
सादर आभार ।
Deleteवाह वाह
ReplyDeleteरचना में आप कमाल कर बैठे।
मेरे एक शेर की तर्ज पर एक अद्भुत रचना पढ़वाने के लिए आभार।
लिखते रहिएगा
जी सादर आभार आपके शेर पर लिखी और आपने सराहा दी तो पुरस्कार ही है।
Deleteपुनःआभार।
बहुत बढिया..
ReplyDeleteहम तो होश ओ हवास ही खो बैठे।
हर शब्द कमाल बस कमाल
सस्नेह आभार। बहुत खूब सराहना का अंदाज भाया हमे ।
Deleteवाह!!कुसुम जी ,कमाल का सृजन !!
ReplyDeleteसादर आभार आपके स्नेह का।
Deleteवाह !बेहद खूबसूरत अंदाजे बयाँ !
ReplyDeleteजी सादर आभार ।
Deleteवाह दीदी जी लाजवाब बेहद खूबसूरत
ReplyDeleteसस्नेह आभार आंचल।
Deleteबहुत ही सुंदर भाव संयोजन वाह्ह्ह्ह्ह
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