होली पर कुंडलियाँ
आया अब मधुमास है, बीत गया है शीत ।
होली मनभावन लगे, चंग बजाए मीत ।
चंग बजाए मीत, गीत मोहक से गाना ।
घर लौटे हैं कंत, सजा है सुंदर बाना ।
जगा कुसुम अनुराग, प्रीत का उत्सव लाया ।
नाचो गाओ आज, रंग ले मौसम आया ।।
यादें
महके यादें फूल सी, सुरभित जीवन बाग ।
होली रंग गुलाल ज्यों, छाया मन में फाग ।
छाया मन में फाग, विगत बातें मधु रस थी ।
मुख पर लाती हास, रसा मकरंद सरस थी ।
कुसुम बोध की शाख, पपीहा बैठा चहके।
खोल के रखूँ द्वार, याद का पौधा महके।।
आँचल
फहराता आँचल उड़े, मधु रस खेलो फाग ।
होली आई साजना, आज सजाओ राग ।
आज सजाओ राग, कि नाचें सांझ सवेरा ।
बाजे चंग मृदंग, खुशी मन झूमे मेरा ।
रास रचाए श्याम, गली घूमे लहराता।
झुकी लाज सेआंख, पवन आँचल फहराता।।
कुसुम कोठारी'प्रज्ञा'
बेहद खूबसूरत सृजन सखी 👌
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपका सखी।
Deleteरंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं।
अति सुन्दर कुसुम जी । भाव विभोर कर दिया आपने । होली की हार्दिक शुभकामनाएं आपको ।
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपका।
Deleteआपको भी होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।
बहुत बहुत सुन्दर
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपका।
Deleteरंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं।
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 28 मार्च 2021 शाम 5.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपका मुखरित मौन पर रचना को प्रेसित करने के लिए।
Deleteमैं उपस्थित रहूंगी।
सादर।
बहुत सुंदर रचना, कुसुम दी। होली की हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteआपको भी होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।
Deleteबहुत बहुत आभार आपका ज्योति बहन।
बहुत सुंदर रचना, होली की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपका।
Deleteआपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएं।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeleteरंगों के महापर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
बहुत बहुत आभार आपका आदरणीय।
Deleteरंग के महापर्व पर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं।
सादर।
जगा कुसुम अनुराग, प्रीत का उत्सव लाया ।
ReplyDeleteनाचो गाओ आज, रंग ले मौसम आया ।।
वाह....हली की शुभकामनाएँ
बहुत बहुत आभार आपका उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया।
Deleteसस्नेह।
होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।
बहुत ही सुंदर कुंडलियां,भावप्रवण एवम फागुन के रंगों से ओतप्रोत सृजन, होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवम बधाई ।
ReplyDeleteबहुत बहुत स्नेह आभार जिज्ञासा जी, आपकी मोहक प्रतिक्रिया से लेखन को सार्थकता मिली।
Deleteआपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएं।
आपकी लिखी कोई रचना सोमवार 29 मार्च 2021 को साझा की गई है ,
ReplyDeleteपांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
बहुत बहुत आभार आपका। पांचलिंक पर रचना को रखने के लिए ,ये सदा मेरे लिए हर्ष का विषय है।
Deleteरंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं
सादर सस्नेह।
अति उत्तम सखी
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार सखी आपको ब्लाग पर देख मन हर्षित हुआ।
Deleteरंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं।
सस्नेह।
ReplyDeleteमुग्ध करती रचना - - होली की शुभकामनाओं सह।
सुखद प्रतिक्रिया से मन अभिभूत हुआ।
Deleteसादर आभार।
होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।
एक से बढ़ कर एक कुंडलियाँ।
ReplyDeleteआपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏
जी सादर आभार आपका उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया से मन प्रसन्न हुआ ।
Deleteरंगोंत्सव पर हार्दिक शुभकामनाएं।
सादर।
हर कुंडली बेहद खूबसूरत .... यही सब पढ़ कर मन रही होली ...
ReplyDeleteशुभकामनाएं
बहुत बहुत आभार आपका, बस होली यूं ही सभी की उत्साह से मनती रहे एक दूसरे के साथ और सहयोग से।
Deleteआपको रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं।
सस्नेह।
हर कुंडली बहुत ही सुंदर लगी,मेरी होली आप सभी की रचनाओं को पढ़ कर मन रही हैं, विभिन्न रंगो से सजी हुई है मेरी होली,हार्दिक शुभकामनाएं इस पावन पर्व की, नमन
ReplyDeleteआपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया से रचना मुखरित हुई ज्योति जी।
ReplyDeleteहोली स्नेह का त्योहार है स्नेह बढ़ता रहे सदा बस यही शुभकामना है।
आप को सकल परिवार सहित शुभकामनाएं।