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Tuesday, 29 December 2020

जीवन चक्र यूँ ही चलते हैं


 जीवन चक्र यूँ ही चलते हैं


साल आते हैं जाते हैं

हम वहीं खड़े रह जाते हैं


सागर की बहुरंगी लहरों सा

उमंग से उठता है मचलता है

कैसे किनारों पर सर पटकता है

जीवन चक्र यूँ ही चलता है

साल आते है... 


कभी सुनहरे सपनो सा साकार

कभी टूटे ख्वाबों की किरचियाँ

कभी उगता सूरज भी बे रौनक

कभी काली रात भी सुकून भरी

साल आते हैं....


कभी हल्के जाडे सा सुहाना

कभी गर्मियों सा  दहकता

कभी बंसत सा मन भावन

कभी पतझर सा बिखरता

साल आते हैं....


कभी चांदनी दामन मे भरता

कभी मुठ्ठी की रेत सा फिसलता

जिंदगी कभी  बहुत छोटी लगती

कभी सदियों सी लम्बी हो जाती

साल आते हैं....


         कुसुम कोठारी 'प्रज्ञा'

26 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 30 दिसंबर 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  2. बहुत बहुत सुन्दर मधुर

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    1. जी बहुत बहुत आभार आपका।
      नववर्ष पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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  3. सार्थक रचना।
    आने वाले नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका आदरणीय।
      आपको भी नव वर्ष मंगलमय खुशियों से भरा रहे।

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  4. Replies
    1. सदा स्वागत है आपका ब्लाग पर।
      बहुत बहुत आभार।
      नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

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  5. सही कहा आपने। अपनी कुछ कड़वी-मीठी यादें छोड़कर दिन यूं ही बीत जाते हैं।

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    1. सुंदर सार्थक प्रतिक्रिया से मन प्रफुल्लित हुआ।
      सादर आभार।
      नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  6. जीवन चक्र यूँ ही चलते हैं
    साल आते हैं जाते हैं
    हम वहीं खड़े रह जाते हैं
    सही कहा....बहुत सटीक सुंदर सार्थक एवं लाजवाब सृजन।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका सुधाजी।
      आपकी सुंदर प्रतिक्रिया से रचना मुखरित हुई।
      नववर्ष मंगलमय हो आपको और सकल परिवार को।

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  7. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 31.12.2020 को चर्चा मंच पर दिया जाएगा| आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी
    धन्यवाद

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    1. जी सादर आभार आपका।
      नववर्ष मंगलमय हो।

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  8. Replies
    1. जी सादर आभार आपका।
      नव वर्ष मंगलमय खुशियों से भरा हुआ हो।

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  9. सुन्दर सृजन - - नूतन वर्ष की असंख्य शुभकामनाएं ।

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    1. जी सादर आभार आपका।
      आपको भी नव वर्ष की अशेष शुभकामनाएं।
      सादर।

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  10. आदरणीया कुसुम जी, इस अच्छी सी कृति हेतु बधाई स्वीकार करें। ।।।।
    आगामी नववर्ष की अग्रिम शुभकामनायें। ।।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका पुरुषोत्तम जी आपकी सुंदर प्रतिक्रिया से रचना सार्थक हुई।
      आपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  11. प्राकृतिक आभूषणों से सजी सुंदर रचना..

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    1. बहुत बहुत सा आभार आपका।
      सुंदर सार्थक प्रतिक्रिया।
      नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  12. कभी सुनहरे सपनो सा साकार

    कभी टूटे ख्वाबों की किरचियाँ

    कभी उगता सूरज भी बे रौनक

    कभी काली रात भी सुकून भरी

    साल आते हैं....

    बहुत ही सुंदर सृजन कुसुम जी ,आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

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    1. बहुत बहुत आभार आपका कामिनी जी।
      आपकी टिप्पणी से सदा उत्साह वर्धन होता है।
      सस्नेह।
      आपको भी समस्त परिवार सह नव वर्ष की मंगलमय शुभकामनाएं।

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  13. बहुत सुंदर सृजन

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    1. बहुत बहुत आभार आपका आदरणीय।
      नववर्ष मंगलमय और खुशियों भरा हो आपको एवं समस्त परिवार को।

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