रामधारी सिंह दिनकर जी के जन्मदिवस पर
कवि शिरोमणि कवि श्रृंगार।
ओज क्रांति विद्रोह भरा था
कलम तेज तलवार सम
सनाम धन्य वो दिनकर था
काव्य जगत में भरता दम
सिरमौर कविता का श्रृंगार।।
कवि शिरोमणि,कवि श्रृंगार
स्वतंत्रता की हूंकार भरी
राष्ट्र कवि सम्मान मिला
आम जन का वो सूर्य बना
हलधर को चाहा हक दिला
नीरस में भर के रस श्रृंगार।।
कवि शिरोमणि कवि श्रृंगार
कुरुक्षेत्र कालजयी रचना
प्रणभंग, रश्मिरथी खण्डकाव्य
संग्रह कविता के धार दार
लेखक ,कवि,औ साहित्यकार
उर्वशी काव्य नाटक श्रृंगार।।
कवि शिरोमणि,कवि श्रृंगार
भावों की सुरसरि थे पावन
कलम के धनी अभिराम
वीर ,श्रृंगार रस चरम उत्कर्ष
लिखे अद्भुत से भाव अविराम
नमन तूझे है काव्य श्रृंगार।।
कवि शिरोमणि,कवि श्रृंगार
कुसुम कोठारी'प्रज्ञा'।
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि।🌻
ReplyDeleteसशक्त रचना।
ReplyDeleteदिनकर जी को नमन।
बहुत सुंदर रचना।
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 24.9.2020 को चर्चा मंच पर दिया जाएगा। आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी|
ReplyDeleteधन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क
सशक्त और ओजपूर्ण ! राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी को नमन !
ReplyDeleteराष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी को नमन !
ReplyDeleteदिनकर जी को नमन।
ReplyDeleteहुंकारवादी कवि को हार्दिक नमन ।
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