वीर क्रांतिकारी शहीदे आजम चंद्र शेखर आजाद के बलिदान दिवस पर।
थका न कभी वो अहर्निश चला
नही कोई पांव में थी श्रृंखला
ले शाश्वत आजादी का सपना
सिर्फ देश हित ही था अपना
सीना ताना गोलियों के सामने
आजाद था आजाद रहा सदा
ले मां की आजादी का संकल्प साथ
दे दी आहुति निज प्राण निज हाथ।।
कुसुम कोठारी।
बेहतरीन रचना दी,भारत माता के वीर सपूत को सादर नमन
ReplyDeleteबहुत सा आभार प्रिय अभिलाषा बहन ।जय हिंद।
Deleteबहुत ही सुन्दर रचना सखी
ReplyDeleteनमन देश के वीर सपूतों को 🙏🙏🙏
सादर
नमन सपूतों को।
Deleteबहुत सुंदर रचना शत् शत् नमन 🙏
ReplyDeleteजी सखी शत् शत् नमन शहीदों को।
Deleteमाँ भारती के इस वीर सपूत की पुन्य स्मृति को कोटि - कोटि नमन सखी | ये उपकार इन्ही वीरों का है जो खुद भी आजाद गये और आजादी की नींव रख गये |
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