स्वतंत्रता दिवस पर माताओं से आह्वान।
राम कृष्ण की जननी हो
बस एक आज़ाद दे दो ,
ना दे पावो तो
एक भगतसिंह फिर से दे दो,
कमाल नहीं दे सकती
एक बार फिर गांधी दे दो ,
गांधी भी ना दे पांवों
तो कम से कम पटेल दे दो,
टैगोर नहीं देना ,ना देना
आज़ादी के परवाने सा
वो सुभाष वापस दे दो ,
सचिन नहीं दे पावों तो
एक शिवाजी वापस दे दो,
पी टी सी उषा ना दे पावो
पर झांसी सी रानी दे दो,
कुछ भी ना दे पाओ तो
कम से कम देश रक्षा हित
एक-एक सैनानी दे दो ,
ध्यान रहे कि कोख कभी
कोई देशद्रोही ना पैदा कर दे,
इंसा तो दे ना पाओ और
आंतकी को आंचल दे दो ।
कुसुम कोठारी।
राम कृष्ण की जननी हो
बस एक आज़ाद दे दो ,
ना दे पावो तो
एक भगतसिंह फिर से दे दो,
कमाल नहीं दे सकती
एक बार फिर गांधी दे दो ,
गांधी भी ना दे पांवों
तो कम से कम पटेल दे दो,
टैगोर नहीं देना ,ना देना
आज़ादी के परवाने सा
वो सुभाष वापस दे दो ,
सचिन नहीं दे पावों तो
एक शिवाजी वापस दे दो,
पी टी सी उषा ना दे पावो
पर झांसी सी रानी दे दो,
कुछ भी ना दे पाओ तो
कम से कम देश रक्षा हित
एक-एक सैनानी दे दो ,
ध्यान रहे कि कोख कभी
कोई देशद्रोही ना पैदा कर दे,
इंसा तो दे ना पाओ और
आंतकी को आंचल दे दो ।
कुसुम कोठारी।
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 15.8.2019 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3428 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
चर्चा मंच पर मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय तल से आभार ।
Deleteआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 15 अगस्त 2019 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteपांच लिंक पर मेरी रचना को स्थान देने के लिए तहेदिल से शुक्रिया ।
Deleteब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 14/08/2019 की बुलेटिन, "73 वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति कोविंद का राष्ट्र को संबोधन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteब्लाग बुलेटिन पर मेरी रचना को जगह देने का बहुत बहुत आभार आपका।
Deleteसादर।
Lajwab rachna sakhi .... Jai hind
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार सखी आपका।
Deleteसस्नेह
शुभकामनाएं आजाद पूर्व संध्या पर। सब हैं यहाँ आज इस जमीं पर उपलब्ध। अपनी आँखों से सब अपने अपने देश भक्त और अपने आतंंकी बना रहे हैं देख रहे हैं।
ReplyDeleteव्याख्यात्मक प्रति लेखन से उत्साह वर्धन हुवा ।
Deleteसटीक और यथार्थ ।
ढेर सा आभार आपका ।
सादर।
स्वतंत्रता दिवस पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteजय हिंद।
स्वतंत्रि दिवस की.हार्दिक शुभकामनाएँ दी।
ReplyDeleteबहुत सारगर्भित और सुंदर रचना है।
ओजपूर्ण आहृ्वान।
जय हिंद।
वाह !बेहतरीन सृजन दी जी
ReplyDeleteस्वतंत्रि दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दी।
सादर
माँ तो हमें सपूत देते-देते थक गयी है लेकिन हमने उसके ऐसे अनगनत अनुपम उपहारों को भुला दिया है. अब हमको ख़ुदको ही देश-सेवा में जुटाना होगा.
ReplyDeleteबेहद सुंदर रचना..जय हिंद
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस को सार्थक करती रचना ... एक आह्वान है माताओं के नाम ... देश के नाम ...
ReplyDeleteबहुत ओजस्वी आह्वान भारत की मातृशक्ति के नाम प्रिय कुसुम बहन | यदि माएं देशभक्त पैदा कर पायें तो कोई बात नहीं पर कोई आतंकी की माता कहलाये वो दिन किसी माँ को देखना ना पड़े | बहुत ही सार्थक रचना के लिए हार्दिक शुभकामनायें |
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ReplyDeleteसादर नमस्कार ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (11 -8 -2020 ) को "कृष्ण तुम पर क्या लिखूं!" (चर्चा अंक 3790) पर भी होगी,आप भी सादर आमंत्रित हैं।
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कामिनी सिन्हा