अलाव
अच्छा लगता है ना, जाडे मे अलाव सेकना
खुले आसमान के नीचे बैठ सर्दियों से लडना
हां कुछ देर गर्माहट का एहसास
तन मन को अच्छा ही लगता है
पर उस अलाव का क्या
जो धधकता रहता हर मौसम
अंदर कहीं गहरे झुलसते रहते जज्बात
बेबसी,बेकसी और भुखे पेट की भट्टी का अलाव
गर्मीयों मे सूरज सा जलाता अलाव
धधक धधक खदबदाता
बरसात मे सिलन लिये धुंवा धुंवा अलाव
बाहर बरसता सावन, अंदर सुलगता
पतझर मे आशाओं के झरते पत्तों का अलाव
उडा ले जाता कहीं उजडती अमराइयों मे
सर्दी मे सुकून भरा गहरे तक छलता अलाव।
कुसुम कोठारी।
अच्छा लगता है ना, जाडे मे अलाव सेकना
खुले आसमान के नीचे बैठ सर्दियों से लडना
हां कुछ देर गर्माहट का एहसास
तन मन को अच्छा ही लगता है
पर उस अलाव का क्या
जो धधकता रहता हर मौसम
अंदर कहीं गहरे झुलसते रहते जज्बात
बेबसी,बेकसी और भुखे पेट की भट्टी का अलाव
गर्मीयों मे सूरज सा जलाता अलाव
धधक धधक खदबदाता
बरसात मे सिलन लिये धुंवा धुंवा अलाव
बाहर बरसता सावन, अंदर सुलगता
पतझर मे आशाओं के झरते पत्तों का अलाव
उडा ले जाता कहीं उजडती अमराइयों मे
सर्दी मे सुकून भरा गहरे तक छलता अलाव।
कुसुम कोठारी।
अलाव हमारी सांस्कृतिक धरोहर का एक हिस्सा है, और सदियों से इसे खुशियों का प्रतीक मान "केम्प फायर" "बोन फायर" के रूप मे सर्दियों मे सांस्कृतिक उत्सवों के साथ जोड कर सारे संसारिक प्रारब्धो से कुछ समय दूर हो एक गहरा सकून और पुनः तरोताजा सा महसूस कर नई सांसारिक भुल भुलैया मे स्वयं को बेहतर तरीके से फिर से स्थापित कर जीवन युद्ध मे चल पडते की नव उर्जा है।
ReplyDeleteपर गरीब और भुख के लिये अलाव गर्मी देने का या भोजन पकाने का साधन मात्र बन कर रह जाता है रद्दी कागज और जलाने लायक कुछ भी जलाकर ठिठुरती ठंड से निजात का भ्रम है और एक पंथ दो काम उसी मे रोटी खिचड़ी शकरकंद आलु और मुंगफली भुन कर अपनी अपनी पहुंच के हिसाब से आनंद लेते है और साथ ही समूह मे बैठ गर्मा गरम गपशप और नोकझोंक का मजा, सब विस्मृत करके।
बहुत बहुत बधाई ब्लॉग पर आप की पहली रचना ...बहुत ही सुन्दर दिन मन को भा गई आप की रचना...एक शब्द को बहुत विस्तार से लिखा है आपने ...सब कुछ समादिया चंद पंक्तियो में ...ये आप ही कर सकती है
ReplyDelete+Nitu Thakur जी आभार नीतू जी ।
Deleteपर पहली नही ये तीसरी रचनि है अभी पांच दिन पहले ही ब्लॉग बनाया था आपका स्नेह सहयोग बना रहे नीतू जी मेरी रचना के मर्म तक जाने के लिये शुक्रिया आप एक प्रबुद्ध सहरचनाकारा हो।
शुभ दिवस।