हुतात्माओं को अश्रु पुरित श्रृद्धानजली 🙏
कल के धिक्कार दिवस पर प्रश्न?
कब तक गीदड़ों के हाथों
नाहर यूं प्राण गंवाएंगे
बंधे हाथ हैं कानून के
और हर्जाना वीर चुकाएंगे
कब तक लाचारी का
ये अंधा धंधा पनपेगा
कबतक वीरों की बेवाएं
तिरगों को धुन रोएंगी
सिन्दूरी मांगों को अपनी
रक्त लाल से धोएंगी।।
कुसुम कोठारी।
कल के धिक्कार दिवस पर प्रश्न?
कब तक गीदड़ों के हाथों
नाहर यूं प्राण गंवाएंगे
बंधे हाथ हैं कानून के
और हर्जाना वीर चुकाएंगे
कब तक लाचारी का
ये अंधा धंधा पनपेगा
कबतक वीरों की बेवाएं
तिरगों को धुन रोएंगी
सिन्दूरी मांगों को अपनी
रक्त लाल से धोएंगी।।
कुसुम कोठारी।
वीरों की शहादत को नमन
ReplyDeleteविनम्र श्रद्धांजलि🙏
ReplyDeleteवीर शहीदों को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि,
ReplyDeleteभारत माँ के रत्नो इस तरह से शहीद हो जाना आत्मा को झकझोर कर रख दिया ,भगवान उनके परिजनों को ये दुःख सहने की हिम्मत दे ,हम तो और कुछ कर नहीं सकते बस आश्रु के रूप में दो श्रद्धा सुमन चढ़ा सकते है। कब रुकेगा ये शहादत ,सच कल प्रेम दिवस नहीं धिक्कार दिवस ही था
ReplyDeleteबेहद दुखद घटना है दीदी जी अब तो बस पलटवार का इंतजार
ReplyDeleteअद्भुत अभिव्यक्ति
वीर सपुतों को कोटिशः नमन
वीर शहीदों को नमन |
ReplyDeleteसादर
Kitna durbhagya hai ...aur lachari...shok vyakt karne ko shabd hi nahi hai...rachna acchi hai
ReplyDeleteबंधे हाथ हैं कानून के
ReplyDeleteऔर हर्जाना वीर चुकाएंगे
बहुत सटीक...