फाग सुनाये होली
रंग और खुशी जो ले के आयी
सब कहते हैं होली
आ हमसफर तू राह बना दे
मैं भी साथ हो ली
रुख पर तूने जो रंग डाला
उस दिन तेरी हो ली
आ सब गिले शिकवे भुला दें
खूब खेलें हम होली
झनक झनक पैजनीया छनके
नाच नचाये होली
रंग गुलाल की इस महफिल में
फाग सुनाये होली
तन सूखा मन रंग जाए
ऐसी स्नेह की होली
चलो चलें हम आज सभी के
संग मनायें होली ।
कुसुम कोठारी।
शुभकामनाएंं होली की।
ReplyDeleteसादर ।
Deleteआपको भी अनंतानत शुभकामनाएं।
ब्लॉग बुलेटिन टीम और मेरी ओर से आप सब को होली पर बधाइयाँ और हार्दिक शुभकामनाएँ |
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 20/03/2019 की बुलेटिन, " बुरा ना मानो होली है ! “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
सादर आभार ।
Deleteब्लॉग बुलेटिन में चयन हेतु सदा आभारी हूँ ।
होली की शुभकामनाएं कुसुम जी...।
ReplyDeleteदेर से आई सखी ।
Deleteआपको भी अनंतानत शुभकामनाएं।
बहुत सुंदर रचना....आप को होली की शुभकामनाएं...
ReplyDeleteजी सादर आभार ।
Deleteहोली की हार्दिक शुभकामनाएं
मेरे ब्लॉग पर स्वागत है आपका।
वाह आदरणीया दीदी जी बहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteहोली की हार्दिक शुभकामनाएँ
ढेर सा प्यार और होली की रंगभरी मस्ती की खुमारी छाई रहे सदा जीवन में।
ReplyDeleteस्नेहाषीश।
झनक झनक पैजनीया छनके
ReplyDeleteनाच नचाये होली
रंग गुलाल की इस महफिल में
फाग सुनाये होली बहुत खूबसूरत रचना
सादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (10 -3-2020 ) को " होली बहुत उदास " (चर्चाअंक -3636 ) पर भी होगी
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये। आप भी सादर आमंत्रित हैं।
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कामिनी सिन्हा