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Thursday 25 March 2021

फाग पर ताँका


 फाग पर ' ताँका 'विधा की रचनाएँ ~


१. आओ री सखी

       आतुर मधुमास

       आयो फागुन

       बृज में होरी आज

       अबीर भरी फाग। 


२. शाम का सूर्य 

       गगन पर फाग 

       बादल डोली 

      लो सजे चांद तारे

      चहका मन आज। 


३. उड़ी गुलाल 

       बैर भूलादे मन

       खेलो रे खेलो

       सुंदर मधुरस

       मनभावन फाग ।

             कुसुम कोठारी  'प्रज्ञा'


ताँका (短歌) जापानी काव्य की कई सौ साल पुरानी काव्य विधा है। इस विधा को नौवीं शताब्दी से बारहवीं शताब्दी के दौरान काफी प्रसिद्धि मिली। उस समय इसके विषय धार्मिक या दरबारी हुआ करते थे। हाइकु का उद्भव इसी से हुआ।


इसकी संरचना ५+७+५+७+७=३१ वर्णों की होती है।

25 comments:

  1. वाह, बेहतरीन। बहुत सुंदर।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका।
      होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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  2. Replies
    1. सादर आभार आदरणीय।
      होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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  3. होली का रंग
    ठंडाई की तरंग
    साथ में खेलें
    अबीर और रंग
    हैं शुभकामनाएँ ।

    बहुत खूबसूरत लिखा है तांका विधा में ।

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    1. वाह संगीता जी बहुत खूब आसू ताँका रचा आपने सुंदर सरस।
      रंगोत्सव पर हार्दिक शुभकामनाएं आपको परिवार सहित।
      हृदय से आभार।
      सस्नेह।

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  4. बहुत बहुत सुन्दर

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    Replies
    1. बहुत बहुत आभार आपका।
      होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।

      Delete
  5. उड़ी गुलाल
    बैर भूलादे मन
    खेलो रे खेलो
    सुंदर मधुरस
    मनभावन फाग ।
    होली की हार्दिक शुभकामनाएँ आदरणीया।
    "ताँका" की इस विधा से परिचय करवाने हेतु शुक्रिया। यहा आपकी कुछ पंक्तियाँ वाकई, हाईकु से कहीं अधिक प्रभावशाली लगी। मुझे, व्यक्तिगत रूप से, हाईकु की रचनाएँ नीरस सी लगती हैं। पर, यह "ताँका" विधा कुछ उम्दा सत्र की हैं। पुनः धन्यवाद।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका पुरुषोत्तम जी रचना पर विशेष ध्यान देने के लिए और पसंद करने के लिए।
      होली पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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  6. एक नई विधा से परिचय हुआ, सुंदर सन्देश देती रचना, आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएं कुसुम जी

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    1. बहुत बहुत आभार आपका कामिनी जी।
      ताकाँ पर आपके उद्गार मोहक लगे।
      आप को भी रंगोत्सव पर हार्दिक शुभकामनाएं।
      सस्नेह।

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  7. अति सुन्दर ताँका । होली की हार्दिक शुभकामनाएँ ।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका अमृता जी, अपको पसंद आई, रचना सार्थक हुई।
      होलिका पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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  8. बहुत ही बेहतरीन कविता, आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएं !!

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    1. बहुत बहुत आभार आपका।
      आपको भी होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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  9. खूबसूरत है हर तांका ... फागुन का रँग लिए ...
    होली की बहुत बहुत शुभकामनायें ...

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  10. बहुत बहुत आभार आपका।
    चर्चा मंच पर रचना को शामिल करने के लिए।
    होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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  11. बहुत बहुत आभार आपका नासवा जी।
    रचना सार्थक हुई।
    रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  12. बेहद खूबसूरत, बधाई हो आपको

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    1. बहुत बहुत आभार आपका।
      आपको भी होली की शुभकामनाएं।
      सस्नेह।

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  13. सुंदर, मनभावन तांका, सादर शुभकामनाएं।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका जिज्ञासा जी।

      सस्नेह।

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