Tuesday, 17 July 2018

चोर कोतवाल

चोर कोतवाल

मईया बोली सुन मोरे लला
काम पड्यो अति भारी
मै आऊँ तब तक तूं ही
कर माखन रखवारी
तूं कहत सदा ,
ग्वाल बाल ही है माखन के चोर
चोरी करत सब ,
और मेरे लल्लन पर
डालत दोष
आज तूं ही संभाल माखन मोरो,
दूंगी तूझे घनेरो
सुन मईया की बात
मनमोहन पड्यो घणे संकट मे
माखन भरो पड़्यो कटोरो
नही चख पाऊँ मै
निगरानी मे डारयो मईया
कैसी अनीति मचाई
सच माँ तूं मोसे सयानी
चोर कू ही कोतवाल बनाई
मै तो जग को ठाकुर हूं,
पर तूं मोरी भी माई।

           कुसुम  कोठारी ।

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