Friday, 3 April 2020

'विज्ञात नव गीत माला' द्वारा प्रदत्त उपनाम ' प्रज्ञा ''

"कलम की सुगंध" एंव उसके कई सहायक मंच आदरणीय श्री संजय कौशिक 'विज्ञात' जी के द्वारा स्थापित काव्य मंच है ,जहां नवांकुरों को हिंदी काव्य की अनेक विधाओं को सीखने एवं उनमें लिखने का अवसर मिलता है ।
उन्ही में एक "विज्ञात नवगीत माला" नव गीत सृजन मंच है।
उस मंच पर सृजन काल में, आदरणीय श्री संजय कौशिक 'विज्ञात' जी द्वारा रामनवमी के शुभ अवसर उपनाम देने का अभिनव आयोजन किया गया जिसमें मुझे साहित्यिक उपनाम ' प्रज्ञा 'प्रदान किया गया।
किसी रचनाकार को हिंदी साहित्य के प्रबुद्ध मंच से साहित्यिक उपनाम  प्रदत किया जाना उसे प्रेरणा एवंआत्मविश्वास प्रदान करता है।
इस सम्मान  के लिए मैं आदरणीय संजय कौशिक "विज्ञात "जी को हृदय तल से आभार व्यक्त करती हूं।
उनका प्रोत्साहन एवं दिशानिर्देश सदा यूं ही मिलता रहे। आपके द्वारा दिया गया स्नेह एवं मार्गदर्शन कभी भुलाया नही जा सकता।
पुनः अशेष आभार ।
कुसुम कोठारी "प्रज्ञा"

17 comments:

  1. आदरणीया कुसुम कोठारी 'प्रज्ञा' जी को नये उपनाम की बहुत बहुत बधाई ।

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  2. वाह!! प्रिय, कुसुम बहन जैसी एक प्रबुद्ध और कलम की धनी सौम्य , शालीन कवयित्री को उनके बहुआयामी व्यक्तित्व के अनुरूप नाम देने के लिए आदरणीय विज्ञातजी को सादर नमन🙏🙏। आपको हार्दिक बधाईया और शुभकामनायें बहना। मातापिता प्रदत्त नाम की तरह ही
    , आदरणीय गुरुवर का दिया ये नाम आपके जीवन में यश का परिचायक बने , यही कामना है। बहुत प्यारा नाम मिल है आपको। हार्दिक स्नेह के साथ 🙏🙏🌹🌹💐💐🌷🌹💐💐💐🌹😍🥰😍

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    1. आत्मीय आभार आपका रेणु बहन।
      आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया से मन अभिभूत हुवा।
      एक साधारण रचनाकार हूं, आप सब का स्नेह अतुल्य है।
      सस्नेह।


      मैं

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  3. "प्रज्ञा" यथा नाम तथा गुण..बहुत सुन्दर उपनाम है कुसुम जी ।
    बहुत बहुत बधाई उपनाम अलकंरण सम्मान की ।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका मीना जी,आपके स्नेहिल शब्दों से अभिभूत हुई।
      सस्नेह।

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  4. बहुत बहुत बधाई कुसुम कोठारी 'प्रज्ञा' जी 👌👌👌 आपके व्यक्तित्व और लेखन शैली के अनुरूप सुंदर साहित्यिक उपनाम ...पुनः बधाई 💐💐💐

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    1. बहुत बहुत आभार आपका सखी नीतू जी ।
      आप सबने योग्यता से बहुत ज्यादा दिया है ।
      स्नेह ढेर सा।

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  5. बहुत-बहुत बधाई आदरणीया दीदी साहित्यिक उपनाम 'प्रज्ञा' की प्राप्ति पर. आपकी प्रज्ञा को आदरणीय विज्ञात सर ने पहचान कर बहुत ही अर्थपूर्ण साहित्यिक उपनाम दिया है आपको. हार्दिक शुभकामनाएँ एवं ढेरों बधाइयाँ आदरणीया प्रज्ञा दीदी जी.

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    1. बहुत बहुत स्नेह आभार आपका।
      आपके सुंदर शब्द मन को अपार खुशी से भर गये ।
      सस्नेह।

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    1. बहुत बहुत आभार आपका आदरणीय।
      आप का आशीर्वाद मिलता रहे ।
      सादर।

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  7. बहुत बहुत बधाई आपको.

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    1. बहुत बहुत आभार आपका जेन्नी जी ।
      सस्नेह।

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  8. बहुत-बहुत बधाई सखी आपको आपकी प्रतिभा के अनुरूप मिले 'प्रज्ञा' नाम की हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐💐💐

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    1. बहुत बहुत आभार आपका सखी,आपकी शुभकामनाएं सदा मेरा आत्म बल है।
      सस्नेह।

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  9. सुन्दर उपमा ...
    बहुत बहुत बधाई आपको प्रतिभा को आपकी ...

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