मन की वीणा - कुसुम कोठारी।
Wednesday 21 February 2024
निसर्ग अद्भुत
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चामर छंद आधारित गीत चातकी गुहार भी सदैव मोह में ढली। बीतती हुई निशा बड़ी लगे भली- भली। नीलिमा अनंत की वितान रूप नील सी। मंजुला दिखे निहारिक...
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Tuesday 6 February 2024
निशा की ओर
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अरविंद सवैया निशा की ओर ढलता रवि साँझ हुई अब तो, किरणें पसरी चढ़ अंबर छोर। हर कोण लगे भर मांग रहा, नव दुल्हन ज्यों मन भाव विभोर। खग लौट रहे...
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Sunday 21 January 2024
निशा के कौतुक
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निशा के कौतुक नव पल्लव की सेज सजी है पसरी उनपर उर्मिल शीतल विटप शाख का सरस झूलना प्रभाकीट का मचल रहा दल।। सुमन सो रहे नयन झुकाए तारक दल करत...
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Saturday 13 January 2024
सूरज की संक्रांति
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मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं। रवि ने ओढ़ी आज रजाई मुंह ढाप कर सोए। कितने दिवस बाद कश्यप सुत सुख सपने में खोए। पोष मास में सूर्य देव ...
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Friday 12 January 2024
युवा दिवस
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राष्ट्रीय युवा दिवस पर समस्त युवा शक्ति को हार्दिक शुभकामनाएँ 🌹 युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद जी की शिक्षाएं उठो युवाओं नींद से, बढ़ो चल...
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Wednesday 3 January 2024
मदी जा रही निशा
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गीतिका:मदी जा रही निशा लहर आ करे खेल तट पर उछल कर। कभी सिंधु हिय में बसे फिर मचल कर।। हवा कर रही क्यों यहाँ छेड़खानी। लगे आ रही अब दिशाएँ बद...
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Tuesday 19 December 2023
स्वार्थी मतियाँ
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स्वार्थी मतियाँ पौढ़ शिखर के तुंग खरी थी पावन निर्मला सिंधु से मिली गंग बनी खारी सकल अमला गोद भरा अब गाद हमारी मूढ़ मतियों ने सदा किया था ग...
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