गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ।
कुछ मुक्तक वीरों को समर्पित।🙏
1 हुतात्मा
हुतात्मा वे अमर होंगी दिये है प्राण सीमा पर ।
करें वंदन मचा क्रंदन भरा हर ओर जय का स्वर ।
बहाकर रक्त निज तन का बचाते देश का गौरव।
निछावर कर चले सब कुछ वतन पर वार कर निज सर।।
2 हमारे वीर
उठा कर हाथ में मिट्टी,सदा सर पर लगाते हैं।
हमारे वीर सीमा पर विजय की लौ जगाते हैं।
रखे सर हाथ में चलते, निछावर जान करते जो।
कदर करते सदा उनकी सदा सर भी नवाते हैं।।
3 हमारे प्रहरी
लिखेंगें लेख उनके हम कहानी शोर्य की कहते।
करें क्या बात उनकी हम गहन वो वार भी सहते।
सुरक्षा देश की करने समर्पण भाव अर्पित कर।
हमारे वीर सीमा पर डटे तत्पर
सदा रहते।।
कुसुम कोठारी'प्रज्ञा'
आपको भी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं🇮🇳
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनाएं।
Deleteसादर आभार।
बहुत बढ़िया।
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
जी आपको भी गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
Deleteसादर आभार।
देशप्रेम के सुन्दर मुक्तक वीर सैनिकों के सम्मान में शोभा बढ़ा रहे हैं. गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें..जिज्ञासा सिंह..
ReplyDeleteआपको भी जिज्ञासा जी गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं।
Deleteरचना पर आपका भरपूर सरनेम मिला मन विभोर हो गया ।
सस्नेह आभार।
बहुत सुन्दर।
ReplyDelete72वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जी आदरणीय आपको भी गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं।
Deleteसादर आभार आपका आशीर्वाद मिला।
सादर।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं कुसुम जी
ReplyDeleteजी आपको भी गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं।
Deleteसादर।
बहुत बहुत आभार आपका।
ReplyDeleteसादर।
गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं।
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बुधवार (27-01-2021) को "गणतंत्रपर्व का हर्ष और विषाद" (चर्चा अंक-3959) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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सलाम है, माँ के सपूतों को
ReplyDeleteसभी मुक्तक हृदय को छूने वाले हैं। आपको बधाई और शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteअति सुन्दर रचना
ReplyDeleteमाँ भारती के सपूतों का गुणगान करती सुन्दर रचना, जय हिन्द!
ReplyDeleteहमारे जवानों की रक्षा करें भगवान
ReplyDeleteहथेली पर लेकर चलते हैं अपनी जान
जय हिन्द .
बहुत ही सुंदर सृजन हृदयस्पर्शी आदरणीय दी।
ReplyDeleteसादर