tag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post3807860605276663360..comments2024-03-16T00:05:40.646-07:00Comments on मन की वीणा - कुसुम कोठारी। : अस्तित्व मन की वीणाhttp://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-49800906436487098422019-05-09T09:12:32.604-07:002019-05-09T09:12:32.604-07:00अस्मिता का युद्ध स्वयं लड़ना होगा
संयम और संस्कारो...अस्मिता का युद्ध स्वयं लड़ना होगा<br />संयम और संस्कारों को गढ़ना होगा।<br />वाह !! अप्रतिम भाव और चिन्तन लिए अत्यन्त प्रभावी सृजन 👌👌.Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-57897839198263991612019-05-09T00:15:38.553-07:002019-05-09T00:15:38.553-07:00
पर अब तो दारुण दावानल है
जल रहा समाज जलता सदाचरण ...<br />पर अब तो दारुण दावानल है<br />जल रहा समाज जलता सदाचरण है<br />क्या होगा अंत गर ये शुरूआत है<br />केशव तो नही आयेंगे ये निश्चित है<br />कुछ ढूंढना होगा इसी परिदृश्य मे<br />अस्मिता का युद्ध स्वयं लड़ना होगा<br />संयम और संस्कारों को गढ़ना होगा... बहुत सुंदर और सटीक रचना सखीAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-6926273803625351642019-05-08T21:50:21.918-07:002019-05-08T21:50:21.918-07:00बहुत ही शानदार
बेहतरीन अभिव्यक्तिबहुत ही शानदार<br />बेहतरीन अभिव्यक्तिLokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-5716943073963910192018-05-07T05:28:15.424-07:002018-05-07T05:28:15.424-07:00सस्नेह आभार रेणू बहन आपका विशेष प्रेम है आप एक उम्...सस्नेह आभार रेणू बहन आपका विशेष प्रेम है आप एक उम्दा रचनाकारा है आप का लेखन बहुत रचनात्मक होता है आप जैसे रचनाकारों से सराहना मिलते ही रचना सार्थक लगने लगती है और आपने तो सबसे गूढ़ पंक्तियाँ पकड कर सार बता दिया।<br />पुनः आभार। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-24621558047135202222018-05-07T04:26:36.564-07:002018-05-07T04:26:36.564-07:00प्रिय कुसुम जी -- मंच पर आपका पखर लेखन अलग दिखता ह...प्रिय कुसुम जी -- मंच पर आपका पखर लेखन अलग दिखता है | कई बार तो निशब्द हो जाती हूँ | आज भी कुछ इसी तरह की स्थिति है सचमुच बड़ी विकट स्थितियों का सामना करती नारी के अस्तित्व पर संकट है | संस्कारों पर संकट की ऐसी भयावह बेला कभी ना थी जब दुधमुंही बच्चियों को भी प्रोढ़ा समझ उनपे दुराचार जैसी घटनाएँ सामने आ रही हैं |-- सचमुच आज कोई मसीहा नहीं आयेगा बचाने -- अस्मिता की लड़ाई हमें खुद लडनी होगी अपने बूते पर | इस ओज भरी रचना के लिए आपको हार्दिक बधाई देती हूँ | -- ये पंक्तियाँ विशेष उल्लेखनीय और सार्थक हैं ---केशव तो नही आयेंगे ये निश्चित है<br />कुछ ढूंढना होगा इसी परिदृश्य मे<br />अस्मिता का युद्ध स्वयं लड़ना होगा<br />संयम और संस्कारों को गढ़ना होगा।<br />सस्नेह -- -------------रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-5385270503549271032018-05-07T04:22:12.878-07:002018-05-07T04:22:12.878-07:00This comment has been removed by the author.रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-78774071346385360612018-05-07T03:03:20.253-07:002018-05-07T03:03:20.253-07:00सादर आभार आदरणीय। सादर आभार आदरणीय। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-2316269744294513462018-05-06T20:42:55.333-07:002018-05-06T20:42:55.333-07:00आपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की...आपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है https://rakeshkirachanay.blogspot.in/2018/05/68.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!RAKESH KUMAR SRIVASTAVA 'RAHI'https://www.blogger.com/profile/14562043182199283435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-42246714969095266472018-04-30T02:13:41.936-07:002018-04-30T02:13:41.936-07:00आपका स्नेह अमूल्य है मेरे लिये ढेर सारा आभार। आपका स्नेह अमूल्य है मेरे लिये ढेर सारा आभार। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605042281849712685.post-65869719632158883022018-04-30T00:36:54.554-07:002018-04-30T00:36:54.554-07:00बहुत खूबसूरत रचना
एक विषय पर कितना विविधता पूर्ण ...बहुत खूबसूरत रचना <br />एक विषय पर कितना विविधता पूर्ण लेखन करती है आप। <br />बहुत बढ़िया हर रचना लाजवाब। NITU THAKURhttps://www.blogger.com/profile/03875135533246998827noreply@blogger.com